झूठा प्यार – अंजना ठाकुर : Moral stories in hindi

आज बेटे अर्जुन का फोन आया की उसे मां की बहुत याद आ रही है इसलिए वो पूरे परिवार को ले कर मिलने आ रहा है ये सुनकर आरती के पांव जमीं पर नही पड़ रहे थे ।उसे खुश देख उनके पति रवि भी खुश थे लेकिन उन्हें इस बात मैं कुछ दाल मैं काला … Read more

अंतहीन खुशी – अंजना ठाकुर : Moral stories in hindi

नीतू इस तनाव मैं घुली जा रही थी की मां  की बीमारी  के लिए पैसों का इंतजाम कहां से करे  अचानक पता चला मां को कैंसर है जिसका इलाज काफी महंगा है और उसके पापा तो एक मामूली नौकरी करते है उस पर दो बेटियों की जिम्मेदारी दोनों की शादी करने मैं ही जमा पूंजी … Read more

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रिश्ते मैं तकरार हो पर दरार ना हो – अंजना ठाकुर : Moral stories in hindi

बर्षा तू अपने बेटे को समझा ले जब देखो तब मेरी बेटी को मारता रहता है किसी दिन मेरा हाथ उठ गया तो फिर तुझे बुरा लगेगा मीतू अपनी देवरानी से बोली । बर्षा बोली दीदी आपकी बेटी भी दिखने की सीधी है वो भी बराबर से लड़ लेती है आपके सामने भोली बन जाती … Read more

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बहू की समझदारी – अंजना ठाकुर  : Moral stories in hindi

जया सुबह से घर साफ करने मैं लगी थी अब बस खाना बनाना रह गया था ।आज उसकी सास शांति जी आ रही थी । जया के पति विराज ऑफिस से लेने जायेंगे । जया एक एक बात का ध्यान रख रही थी क्योंकि उस की सास की आदत थी हर काम मै कमी निकालना … Read more

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जिंदगी सुख कम दुख ज्यादा देती है – अंजना ठाकुर : Moral stories in hindi

बेटा ये दवाई खत्म हो गई थी जरा ले आना रात को खानी है ! जी बाबूजी अभी ले आऊंगा दफ्तर से सूरज आ कर बैठा ही था की बाबूजी ने याद दिलाया अंदर से शोभा पानी ले आई उसे पनीर मंगाना था उसका बेटा कई दिनों से जिद्द कर रहा था तो शोभा ने … Read more

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सही राह बनाए रिश्तों मैं चाह – अंजना ठाकुर  : Moral stories in hindi

आज नमिता अपनी ननद विधि के कमरे से बाहर से गुजर रही थी तो उसे सुनाई दिया की विधि अपने पति से बात करती हुई कह रही है की तुम जब तक अलग रहने का इंतजाम नहीं कर लेते मैं वापस नहीं आने वाली । विधि की शादी को अभी सात महीने ही हुए थे … Read more

अपने बारे मे सोचना खुदगर्जी नहीं .. – अंजना ठाकुर : Moral stories in hindi

ये देखो इन्हें जरा भी चिंता नहीं है इतनी मेहनत से बना खाना  कैसे बर्बाद करने मैं लगे है थाली में सब्जी बची हुई देख पारस जी की बहू रीना ताना देती हुई बोली। बहू वो सब्जी मैं मिर्च ज्यादा थी तो खाई नहीं गई थोड़ा मिर्च कम डाला करो। लो अब खाने मैं भी … Read more

कभी किसी को मुक्कमल जहां नही मिलता- अंजना ठाकुर  : Moral stories in hindi

रिया और मीरा दोनों पक्की सहेली थी अपनी सभी बातें वो एक दूसरे को बताती थी ।मीरा की शादी हो गई और वो अपने ससुराल चली गई और दो साल बाद रिया की भी शादी हो गई अब उनकी बातचीत कम हो गई दोनों अपनी जिंदगी मै व्यस्त हो गई। आज अचानक पांच साल बाद  … Read more

हसीन शिकंजा – अंजना ठाकुर  : Moral stories in hindi

होटल के एक टेबल पर अचानक नीरज की नजर ठहर गई उसने नोटिस किया की एक लड़की उसी को देख रही है ।दोनों की नजर मिलते ही लड़की ने एक मुस्कुराहट दी जिसे देखते ही नीरज ने भी एक स्माइल दी  और मन ही मन खुश हो गया उसने अपने दोस्तों को भी बताया ,उन्होंने … Read more

हक सबका फर्ज सिर्फ पत्नी का।। – अंजना ठाकुर  : Moral stories in hindi

सुबह से सबकी फरमाइश मै लगी पूजा रसोई घर मैं पति निलेश का टिफिन तैयार कर रही थी तभी निलेश की आवाज आई पूजा तुमने शर्ट प्रेस नहीं करी । पूजा ने काम करते हुए अपनी ननद को आवाज लगाई प्रिया जरा अपने भाई की शर्ट प्रेस कर दो.. उधर से प्रिया बोली पति तुम्हारे … Read more

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