अहंकार का परिणाम – रक्षा गुप्ता

Post View 335 पितृपक्ष के दिनों में मंदिर के पास दान देने और दान ग्रहण करने वालों की बड़ी भीड़ लगी रहती.. सभी लोग अपने पुरखों के नाम पर अपनी सामर्थ्य के अनुसार दान करते और पंडितों को स्वादिष्ट भोजन भी कराते..  एक दिन मंदिर के पास एक बड़ी चमचमाती हुई गाड़ी आकर रुकी और … Continue reading अहंकार का परिणाम – रक्षा गुप्ता