ज़िंदगी : तेरी मेरी कहानी है – कुमुद मोहन  

Post Views: 2 रोज मार्निग वाॅक को जाते एक सुन्दर से घर की तरफ निगाहें बरबस उठ जातीं, पैर ठिठक जाते। बरामदे में दो केन की कुर्सियों पर एक बुजुर्ग पति पत्नी बैठे चाय की चुस्कियों के साथ अखबार पढ़ते दिखते। कभी-कभी किसी बात पर दोनों की खिलखिलाती हंसी भी सुनाई दे जाती। लगता था … Continue reading ज़िंदगी : तेरी मेरी कहानी है – कुमुद मोहन