ज़िंदगी : तेरी मेरी कहानी है – कुमुद मोहन  

Post View 2,853 रोज मार्निग वाॅक को जाते एक सुन्दर से घर की तरफ निगाहें बरबस उठ जातीं, पैर ठिठक जाते। बरामदे में दो केन की कुर्सियों पर एक बुजुर्ग पति पत्नी बैठे चाय की चुस्कियों के साथ अखबार पढ़ते दिखते। कभी-कभी किसी बात पर दोनों की खिलखिलाती हंसी भी सुनाई दे जाती। लगता था … Continue reading ज़िंदगी : तेरी मेरी कहानी है – कुमुद मोहन