जिंदगी सुख कम दुख ज्यादा देती है – मनीषा सिंह: Moral stories in hindi

Post View 7,983 कड़ाके की ठंड पड़ रही थी रात के 11:00 बज चुके थे।  तेजस्विनी अपनी 2 साल की बेटी राहा को सूलाकर हाल में  ही इधर-उधर चक्कर काट रही थी । उसकी नजर बार-बार दीवाल पर लटकी  घड़ी की ओर जा रही थी। आशु 35 साल का युवक जो किसी सरकारी ऑफिस में … Continue reading जिंदगी सुख कम दुख ज्यादा देती है – मनीषा सिंह: Moral stories in hindi