Post View 2,391 अपने फटे चिथड़ो से किसी तरह अपने बदन को ढकते हुए कजरी अपने बच्चे को छाती से लगाकर अपनी ममता का लहू पिला रही थी, दूध तो बहुत दूर की बात है क्योंकि पिछले तीन दिन से उसे ना खाने को मिला है ना पीने को मिला है। किसी तरह अपने बच्चे … Continue reading जिन्दगी – ऋतु गुप्ता
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