ज़िंदगी मिलेगी दोबारा – रश्मि स्थापक

Post View 337 “कुछ भी कहो कर्नल…चमक रहे हो आजकल…भई बात क्या है?” कहते हुए नरेंद्र ने जोरदार ठहाका लगाया। ये दोनों सेवानिवृत्त दोस्तों की सुबह की सैर की बातचीत थी। “अरे यार ….तुम भी अच्छा मज़ाक करते हो …इस पचहत्तर की उम्र में अब क्या चमकेंगे और तुम्हारी भाभी के बाद तो जैसे सब … Continue reading ज़िंदगी मिलेगी दोबारा – रश्मि स्थापक