यही जिंदगी है -नेकराम Moral Stories in Hindi

Post Views: 2 दिल्ली के एक चूड़ी के बड़े से कारखाने में लंच के समय मेरा मित्र रवि मुझे बता रहा था नेकराम तुम इस छोटे से कारखाने में खुश हो मगर मैं नहीं मुझे यह छोटी नौकरी पसंद नहीं है मेरे सपने बड़े है,,रवि को वहीं कुर्सी पर एक अखबार पड़ा मिला उसकी नजर … Continue reading यही जिंदगी है -नेकराम Moral Stories in Hindi