यह विवाह संभव नहीं  – डॉ. सुनील शर्मा

Post Views: 4 हरीराम मास्टर जी की आंखों के आगे अंधेरा छा गया… पिछले तीन माह से बड़ी बेटी सुधा की शादी की तैयारियों में पूरा घर लगा था. ससुराल वाले ऊंचे तबके के थे. हमारा उनसे कोई मेल नहीं, लेकिन बेटी की ज़िद थी . रमेश लड़का अच्छा था. एक बैंक में असिस्टेंट मैनेजर … Continue reading  यह विवाह संभव नहीं  – डॉ. सुनील शर्मा