यह रिश्ता मुझे मंजूर है। – सुनीता मुखर्जी “श्रुति” : Moral Stories in Hindi

उफ्फ!! दिनभर घर-घर काम करने के बाद गीतांजलि बहुत थक गई थी। घर आते ही उसका छोटा भाई दीपक दीदी! दीदी! करके लिपट गया। दीदी आज क्या लायी हो..??  गीतांजलि ने थैला से कुछ सामान निकाला और भाई को दे दिया। भाई बहुत चाव से खाने लगा। गीतांजलि जहां काम करती थी वहां की महिलाएं … Continue reading यह रिश्ता मुझे मंजूर है। – सुनीता मुखर्जी “श्रुति” : Moral Stories in Hindi