ये घर तुम्हारा भी है – अर्चना खंडेलवाल : Moral stories in hindi

Post Views: 15 “भाभी, चाय पीने का बड़ा मन है, आप भैया के लिए बनाओ तो मेरे लिए भी एक कप बना देना।” साक्षी ने धीमी आवाज में कहा और चुप हो गई। वंदना ने सुन लिया और कहा, “साक्षी, अभी तुम्हारे भैया को आने में समय लगेगा, इतना ट्रेफिक जो रहता है, आधा घंटे … Continue reading ये घर तुम्हारा भी है – अर्चना खंडेलवाल : Moral stories in hindi