ये धन संपत्ति ना…अच्छे अच्छों का दिमाग खराब कर देती है। – चंचल जैन : Moral Stories in Hindi

Post Views: 6 रीमा जी और सरला जी दोनों सखियां कहीं भी जाती साथ ही जाती। चाहे घुमने जाना हो, चाहे देवदर्शन करने।  दोनों महाकुंभ मेले में जाना चाहती थी। अपने-अपने सारे ग्रुप पर दोनों ने मैसेज डाल दिया। दोनों अकेली जाना नहीं चाहती थी। साथ में अपने हो तो साथ-साथ आने-जाने में सुविधा रहती … Continue reading ये धन संपत्ति ना…अच्छे अच्छों का दिमाग खराब कर देती है। – चंचल जैन : Moral Stories in Hindi