यादों के झरोखे से

Post Views: 4 सविता जी एक एनजीओ चलाती थीं. इनका एनजीओ समाज में उपेक्षित महिलाएं, जिनके घर वाले किसी कारण से उन्हें अपने से अलग कर दिया हो ऐसी महिलाओं को सहारा देती हैं और उन्हें प्रशिक्षण देकर रोजगार लायक बनती थीं.  आज उनका 60 वां जन्मदिन था। एनजीओ की सारी महिलाओं ने इस जन्मदिन … Continue reading यादों के झरोखे से