वो लडकी – श्रीप्रकाश श्रीवास्तव

कंपनी के आफिस के नीचे एक बडा सा हाल था। लंच में ज्यादातर महिला पुरूष स्टाफ टिफिन करके यही चहलकदमी करते। एक  घंटा कम नहंी होता खुद को दुरूस्त रखने के लिए। कुछ अकेले तो कुछ अपने पुरूष सहकर्मी के साथ टहलती। कुछ झुंड में हंसते मुस्कुराते वक्त काटती। उन सबसे अलग वो लडकी थी। … Continue reading वो लडकी – श्रीप्रकाश श्रीवास्तव