विंडो सीट – 8 – अंजु गुप्ता ‘अक्षरा’ : Moral Stories in Hindi

Post Views: 12 समीर उसकी ओर देखते हुए मुस्कुराया। परेड ग्राउंड से आती धीमी बिगुल की आवाज़ उनके दिलों में गूंज रही थी—एक नई सुबह की घोषणा करते हुए। दोनों के बीच वह पल जैसे किसी अनकहे वादे में बदल गया—बीते कल को यहीं छोड़कर, आने वाले कल में साथ चलने का। ———————– सुबह का समय था।  … Continue reading विंडो सीट – 8 – अंजु गुप्ता ‘अक्षरा’ : Moral Stories in Hindi