विंडो सीट – 7 – अंजु गुप्ता ‘अक्षरा’ : Moral Stories in Hindi

Post Views: 21 घड़ी की टिक-टिक गूंज रही थी। समय आगे बढ़ रहा था, पर सुमन – समीर के मन में अतीत जैसे थम गया था—जहाँ डर, पछतावा और चुप्पी साथ-साथ सांस ले रहे थे। उस रात, बरामदे में खड़ी सुमन ने देखा—समीर आसमान के एक तारे को देख रहा था। क्या वह तारा सच … Continue reading विंडो सीट – 7 – अंजु गुप्ता ‘अक्षरा’ : Moral Stories in Hindi