विंडो सीट भाग – 5 – अंजु गुप्ता ‘अक्षरा’ : Moral Stories in Hindi

Post Views: 31 हर बार समीर के होंठों तक आते-आते सवाल रुक जाता। उसके मन का एक हिस्सा कहता—“सवाल पूछकर क्या करोगे? जो बीत गया, उसे बदल तो नहीं सकते।“ और दूसरा हिस्सा कहता—“नहीं, तुम्हें सच जानना ही होगा, वरना ये शक तुम्हें ज़िंदगीभर कचोटता रहेगा।” वर्षों बाद आज फिर वही बातें  …भीतर का शोर … Continue reading विंडो सीट भाग – 5 – अंजु गुप्ता ‘अक्षरा’ : Moral Stories in Hindi