वेस्टिंग मनी वाला सरप्राइज़ – निशा जैन : Moral Stories in Hindi

Post View 381 दिवाली के चार पांच दिनो पहले  ” दीदी इस बार कितने कितने पैसे मिलाएंगे पटाखे लाने के लिए पॉकेट मनी से?” ईशान ने बड़ी बहन सिया से पूछा “अरे उतने ही जितने हर बार मिलाते हैं 500तू और 500मैं” सिया बोली पास ही बैठी उनकी मम्मी दिशा सारी बातें सुनकर बोली ” … Continue reading वेस्टिंग मनी वाला सरप्राइज़ – निशा जैन : Moral Stories in Hindi