वक्त किसी का एक सा नहीं रहता… – श्रद्धा खरे
Post View 226 “आज मां ने सुबह फोन पर बताया कि चाची जी नहीं रही। मेरा मन बहुत बेचैन हो उठा और चाची जी के साथ बिताए बचपन से शादी तक की सभी यादें ताजा होने लगी।और उनके हाथ के बने लड्डू मठरी का स्वाद मुंह में आने लगा। निसंतान चाची जी जब भी कुछ … Continue reading वक्त किसी का एक सा नहीं रहता… – श्रद्धा खरे
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