Post View 172 वक्त की वक्र और कुटिल चाल को आजतक कोई नहीं समझ सका है।यही वक्त जब उसपर मेहरबान होता है तो अनगिनत खुशियाँउसकी झोलियों में उड़ेल देता है और नाराज होने पर उन खुशियों को सूद समेत वसूल भी लेता है।यही हाल मोनिका के साथ भी घटित हुआ है।वक्त की मार से उसके … Continue reading वक्त – संजु झा
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