वापसी (रिश्तों की) भाग–3 – रचना कंडवाल

Post Views: 10 पिछले भाग में आपने पढ़ा कि बरखा सुनिधि को उसके पापा के बारे में बताना चाहती है। और अपनी मां को रूम से बाहर जाने को कहती है अब आगे– बैठो, सुनिधि को कह कर बरखा हारे हुए जुआरी की तरह बेड पर बैठ गई। सुनिधि काऊच पर बैठी हुई थी। तुम्हारे … Continue reading वापसी (रिश्तों की) भाग–3 – रचना कंडवाल