वाह री साहित्यसेवा !! – लतिका श्रीवास्तव : Moral Stories in Hindi

Post View 167 अरे यह तो मेरी कहानी है यहां कैसे छप गई इस पर तो किसी और ही लेखक का नाम लिखा है !! मतलब चुरा लिया कोई!!ऐसा भी होता है क्या..!!. आश्चर्य और गुस्से से उफनते हुए मैंने तुरंत मेरी रचना  खुद के नाम से प्रकाशित करने वाले चोर प्रकाशक से संपर्क किया। … Continue reading वाह री साहित्यसेवा !! – लतिका श्रीवास्तव : Moral Stories in Hindi