वफादार – रणजीत सिंह भाटिया

Post View 59,721 सखाराम हर दिन की तरह अपना काम खत्म करके घर लौट रहा था, वह एक कंस्ट्रक्शन कंपनी में मजदूरी करता था, ठंड के दिन थे सूरज जल्दी डूब जाता था, और ठंड बहुत बढ़ती जाती है चलते चलते सखाराम को किसी कुत्ते के पप्पी की रोने की  आवाज सुनाई दी पास जाकर … Continue reading  वफादार – रणजीत सिंह भाटिया