वाह री किस्मत – शुभ्रा बैनर्जी  : Moral stories in hindi

Post View 19,122 शिवांगी ने बेटी से साफ -साफ कह दिया था,कि अब शादी के लिए मन बना लें।नौकरी करते हुए दो साल हो गए थे।ईश्वर की कृपा थी कि वह मान गई। मैट्रिमोनियल पर ढुंढ़ाई शुरू हुई।सजातीय लड़का मिल रहा था ,तो नौकरी अच्छी नहीं थी उसकी।नौकरी अच्छी -खासी थी तो,दिखने में सुपुरुष नहीं। … Continue reading वाह री किस्मत – शुभ्रा बैनर्जी  : Moral stories in hindi