विलास बहू (भाग-4) – संजीव जायसवाल ‘संजय’ : Moral stories in hindi
Post View 123 अविश्वश्नीय दृष्टि से स्क्रीन को देखते हुये उसने माउस क्लिक किया। अगले ही पल ई-मेल खुल गया। मोहनी ने सही कहा था। उसने परसों ही उसे असलियत से अवगत करा दिया था किन्तु जल्दबाजी में उसने ई-मेल को देखा ही नहीं था। किन्तु मोहनी और ई-मेल? रसोई की चाहरदीवारी में कैद देहाती … Continue reading विलास बहू (भाग-4) – संजीव जायसवाल ‘संजय’ : Moral stories in hindi
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