वाग्दान – डॉ कंचन शुक्ला : Moral Stories in Hindi

Post View 11,058 नीलिमा!! जल्दी करो कितनी देर लगेगी तैयार होने में वहां प्रकाश और भाभी जी हमारा इंतज़ार कर रहे होंगे” देव ने अपनी पत्नी से कहा। “आ रहीं हूं !!”तभी देव ने देखा नीलिमा अपनी साड़ी का पल्लू ठीक करती हुई आ रही थी। वहां पहुंचकर नीलिमा देव को घूरते हुए बोली ,” … Continue reading वाग्दान – डॉ कंचन शुक्ला : Moral Stories in Hindi