उसे पिता मिल गया – डॉ कवि कुमार निर्मल

Post Views: 7 एक वृद्ध पागल ऐसा दिखता सड़क पर जैसे दिशाहीन लड़खड़ा कर चल रहा था। कभी कभी वह कोई खंभा देखता तो उसका सहारा ले कर कुछ पल ठहर जाता। एक सड़क के फुटपाथ पर बेंच की ओर दिखा तो कुछ लपक पर उसपर जा बैठा। अशोक उसे ध्यान से लगातार देखते हुए … Continue reading उसे पिता मिल गया – डॉ कवि कुमार निर्मल