‘उस दिन’ [ एक पाती ] – प्रतिभा पाण्डे

मैडम अभिवादन की औपचारिकता निभाए बग़ैर मैं आगे बढूँगा क्योंकि अभिवादन के सारे शब्द मिलकर भी आपके प्रति मेरी भावना को व्यक्त नहीं कर पाएँगे। आज से पच्चीस साल पहले का वो दिन आज भी मेरी यादों में ऐसे ही ताज़ा है जैसे कल की ही बात हो। समय की पर्तों को उठाकर उस दिन … Continue reading ‘उस दिन’ [ एक पाती ] – प्रतिभा पाण्डे