उपहार (भाग-12) – बीना शुक्ला अवस्थी : Moral stories in hindi

Post Views: 51 सुनते ही जैसे वह अपराध मुक्त हो गया। उसकी आत्मा जैसे सुख और आनन्द से सराबोर हो गयी। वह ऑखों में ऑसू भरकर मूर्ति के चरणों में गिर पड़ा – ” प्रभो! जिसे हम पाप और पुण्य कहते हैं, वह सब तुम्हारी इच्छा से रची माया मात्र है। दक्षिणा के पैर की … Continue reading उपहार (भाग-12) – बीना शुक्ला अवस्थी : Moral stories in hindi