उम्मीद – विनय कुमार मिश्रा

Post View 270 इस हॉस्पिटल में नर्स की नौकरी करते मुझे दो महीने हुए हैं।मैं रोज की तरह ठीक नौ बजे की शिफ्ट में हॉस्पिटल पहुँच चुकी थी। रिसेप्शन की तरफ बढ़ ही रही थी कि एक बुजुर्ग दंपति को देख थोड़ा रुक गई।शायद वो झगड़ा कर रहे थे। पर किस बात पर ये जानने … Continue reading  उम्मीद – विनय कुमार मिश्रा