तुम्हारा किया वापिस आ रहा तो विरोध क्यो ? – संगीता अग्रवाल 

” सुनो जी हमने पिछले जनम में ऐसे क्या बुरे कर्म किए थे जो इस जनम में उसकी सजा भुगत रहे हैं !” रीता जी अपने पति देवेन्द्र जी से रोते हुए बोली। ” रीता खुद को संभालो जो होना हो वो हो कर रहता है उसके लिए खुद को यूं सजा देना कहां तक … Continue reading तुम्हारा किया वापिस आ रहा तो विरोध क्यो ? – संगीता अग्रवाल