तुझे देखने को आंखें तरस गईं – सविता गोयल : Moral Stories in Hindi

Post Views: 9 फोन की घंटी बजी तो आरती ने मां‌ का नम्बर देखकर अनमने मन से फोन उठाया। उधर आरती की माँ थी। “आरती बेटा, बहुत दिन हो गए तुझे यहाँ आए। तेरे बच्चों को देखने का बहुत मन कर रहा है…। इस बार तो छुट्टियों में आ जा। तेरे लिए अचार और पापड़ … Continue reading तुझे देखने को आंखें तरस गईं – सविता गोयल : Moral Stories in Hindi