तुझे देखने को आंखें तरस गईं – सविता गोयल : Moral Stories in Hindi

Post View 7,968 फोन की घंटी बजी तो आरती ने मां‌ का नम्बर देखकर अनमने मन से फोन उठाया। उधर आरती की माँ थी। “आरती बेटा, बहुत दिन हो गए तुझे यहाँ आए। तेरे बच्चों को देखने का बहुत मन कर रहा है…। इस बार तो छुट्टियों में आ जा। तेरे लिए अचार और पापड़ … Continue reading तुझे देखने को आंखें तरस गईं – सविता गोयल : Moral Stories in Hindi