Post View 465 एक दिन रजनी अपनी चार साल की बेटी काव्या को डांट रही थी । मैंने कारण पूछा तो उसने कहा, “काव्या अपने स्कूल में कुछ बोलती नहीं । और बोलेगी भी कैसे ? इसे तो सिर्फ भोजपुरी आती है । हिंदी तो बोलती ही नहीं ।” “तो क्या हुआ ? बच्चे को … Continue reading “तितलिया”-पूनम वर्मा
Copy and paste this URL into your WordPress site to embed
Copy and paste this code into your site to embed