थोपे हुए सपने – शुभ्रा बैनर्जी : Moral stories in hindi

Post View 3,052 बारहवीं की परीक्षा समाप्त हो चुकी है। उफ्फ़ आजकल की बोर्ड परीक्षा और परीक्षा देने वाले बच्चे।ये बोर्ड परीक्षा ना हुई, कर्फ्यू लग गया हो।जोर से हंसना मना,बोलना मना,सीरियल बंद,घूमना बंद।हमने भी कभी दी थी बोर्ड की परीक्षा,तब ये ताम झाम बिल्कुल नहीं थे। स्कूल से आते ही घर के कामों में … Continue reading थोपे हुए सपने – शुभ्रा बैनर्जी : Moral stories in hindi