थोड़े से इंसान बने रहिए – लतिका श्रीवास्तव

Post Views: 5 ….ट्रेन की रफ्तार और कानों में लगे ईयर फोन पर म्यूजिक की रफ्तार …. आहा लगता है मानो जिंदगी यही है बस यहीं थम जाए….सच में यात्रा करने में एक सुख तो यही मिल जाता है  ऑफिस जाने तैयार होने मेट्रो पकड़ने का कोई टेंशन नहीं …आराम से आराम ही करते रहो…! … Continue reading थोड़े से इंसान बने रहिए – लतिका श्रीवास्तव