तन्हाई – डा.मधु आंधीवाल

Post Views: 2 सविता जैसे ही बालकनी में सुबह की चाय लेकर बैठी सामने पेड़ पर चिड़ियाँ का जोड़ा बैठा चींची करके एक दूसरे की चोंच पर प्यार कर रहे थे । बहुत देर तक वह अपलक उसे निहारती रही । इन पक्षियों के पवित्र प्यार को ना कोई बनावट ना दिखावट । उसका और … Continue reading तन्हाई – डा.मधु आंधीवाल