तन सुंदर या मन सुंदर – मुकेश पटेल

Post View 391 नंदिनी अपने कमरे में तैयार हो रही थी लड़के वाले जो देखने  आने वाले थे। नंदिनी को समझ में ही नहीं आ रहा था कि वह आखिर सजे सँवरे तो कैसे  क्योंकि देखने में साँवली थी या साफ शब्दो मे कहे तो काली थी। तभी किचन से उसकी सौतेली मां रमा की … Continue reading तन सुंदर या मन सुंदर – मुकेश पटेल