Post View 355 अप्रकाशित अनय व रूही दोनोें बच्चें सहमें हुये एक तरफ खड़ें थे…उधर नमन व रचना दोनों एक-दूजे पर इल्ज़ाम लगा रहें थे नमन कह रहा था तुम कमाती हो इसका मतलब ये नहीं कि तुम घर पर कुछ करोगी ही नहीं…बच्चों का ध्यान रखना तुम्हारा फर्ज है…मम्मी का नहीं..!!!! रचना बोली…सही है … Continue reading तलाक – गुरविंदर टूटेजा
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