टका सा मुँह लेकर रह जाना – रीतिका सोनाली : Moral Stories in Hindi
Post View 194 ससुर के वर्षगांठ की तैयारियों के बीच अचानक सुधा चिल्ला पड़ी। कर ही तो रही हूँ अब क्या चूल्हे में झोंक दूँ ख़ुद को और अपने बच्चे को ! दुध पिते बच्चे को छोड़कर सुधा रसोई का काम संभालने में लगी है तीन दिनों से। घर का अच्छा बेटा बनने के चक्कर … Continue reading टका सा मुँह लेकर रह जाना – रीतिका सोनाली : Moral Stories in Hindi
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