टाट में मखमल का पैबंद – विभा गुप्ता : Moral stories in hindi
Post View 32,487 ” माँ…आप मेरी बात भी तो सुनिये…वो लोग बहुत पैसे वाले हैं..हमारा- उनका कोई मेल नहीं है।” ” हाँ भाभी…सोमेश ठीक ही तो कह रहा है।रिश्ते हमेशा बराबर वाले से बनाना चाहिये तभी परिवार में तालमेल बना रहता है।” ” ऐसा कुछ भी नहीं है प्रभा….शादी हो जाने के बाद सब ठीक … Continue reading टाट में मखमल का पैबंद – विभा गुप्ता : Moral stories in hindi
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