स्वावलम्बी बेटियां – नेमीचन्द गहलोत, : Moral Stories in Hindi

Post View 187 बालिकाएं अपने सिर पर जल से भरे कलश रख पन्द्रह दिन तक चलने वाले पर्व पर गीत गाते गणगौर पूजने जा रही थी ।  पुराने खेजड़े के नीचे वे कलश रख कर शिव पार्वती के रूप में गवर व ईसर की पूजा करती थी । हरी हरी दूब से पानी की छींटे … Continue reading स्वावलम्बी बेटियां – नेमीचन्द गहलोत, : Moral Stories in Hindi