स्वार्थी रिश्ते – सुभद्रा प्रसाद : Moral Stories in Hindi

Post View 3,061 राधा चुपचाप बैठी हुई थी, लेकिन उसके मन में पुरानी यादों की एक सूनामी उमड़ रही थी। उसके चेहरे पर गहरी सोच के साथ-साथ कुछ दर्द के भाव थे, जो अतीत की उन चुनौतियों और जिम्मेदारियों की याद दिला रहे थे, जिनसे वह वर्षों से जूझती आई थी। करीब बीस साल पहले … Continue reading स्वार्थी रिश्ते – सुभद्रा प्रसाद : Moral Stories in Hindi