Post View 480 आज अंजू जब कॉलेज से आई तब उसने देखा कि उसकी दादी की सहेली रमा जी और उनकी बेटी राजू दीदी बैठी हुई है। वैसे तो राजू दीदी का नाम राजकुमारी था पर सब उन्हें राजू कहते थे। उन्होंने बताया कि कल बहुत वर्षों बाद उनकी बुआ जी अपनी पोती मीना के … Continue reading स्वाभिमान – गीता वाधवानी
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