स्वाभिमान से समझौता कभी – सरोज प्रजापति

Post View 212 “मम्मी जीजा जी का फोन आया है।” ” तू बात कर मैं अभी आई । “ “नहीं मम्मी कह रहें हैं जरूरी बात करनी है आपसे जल्दी आओ।” यह सुन कमलेश जी का दिल जोर-जोर से धड़कने लगा कि ऐसी कौन सी बात हो गई कि सिर्फ मुझसे ही बात करनी है  … Continue reading स्वाभिमान से समझौता कभी – सरोज प्रजापति