सुरक्षा – सुनीता परसाई ‘चारु’ : Moral Stories in Hindi

Post Views: 16 सुगना अपनी  नातिन का हाथ थामे शहर के जूडो-कराटे स्कूल लेकर जा रही थी।वह हमेंशा हाथ में हंटर रखकर चलती थी।गाँव में उसे सब हंटर वाली अम्मा कह कर बुलाते थे। रास्ते में सब्जी की दुकान देखकर सुगना को याद आया, कैसे उस दिन वह डण्डा लेकर दौड़ी थी। एक दिन एक … Continue reading सुरक्षा – सुनीता परसाई ‘चारु’ : Moral Stories in Hindi