सुंदरता व्यवहार में होती है – संगीता त्रिपाठी
Post View 414 सलोनी अपने हाथों की रंगबिरंगी चूड़ियाँ देख मुग्ध हो रही थी, “ये तुम्हारे ऊपर नहीं बड़ी बहू संजना के उजले हाथों में अच्छी लगेगी “सासु माँ की व्यंग भरा स्वर सुन सलोनी का चेहरा अपमान से काला पड़ गया। कुछ ना बोल वो वहाँ से हट गई, उसी समय उमेश ऑफिस से … Continue reading सुंदरता व्यवहार में होती है – संगीता त्रिपाठी
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