*सुकून की परीक्षा* – बालेश्वर गुप्ता : Moral Stories in Hindi

Post View 19,893       मु —  न्ना,जल्दी आ रे देख तो तेरे बाबूजी को क्या हो गया है?जल्दी आ रे।          मम्मी क्या हुआ बाबूजी को?अरे ये तो बेहोश लग रहे हैं।मैं इन्हें अभी हॉस्पिटल लेकर चलता हूँ।मम्मी तुम चिंता न करो,मेरे बाबूजी को कुछ नही होगा।         राम शरण जी ने अपने बेटे शोभित को बड़े अरमानों … Continue reading *सुकून की परीक्षा* – बालेश्वर गुप्ता : Moral Stories in Hindi