सुख-दुख है हमारे साथी – मंजू ओमर  : Moral Stories in Hindi

Post Views: 5 रितेश जी आपकी मम्मी का ब्रेन डेड हो गया है और बस वेंटिलेटर के सहारे से चल रही है , जैसे ही वेंटिलेटर हटाएंगे सब खत्म हो जाएगा अब कुछ नहीं बचा है इनके शरीर में आप घर ले जाइए डाक्टर बोला। सुनकर रितेश और प्रीतेश दोनों भाइयों को धक्का सा लगा … Continue reading सुख-दुख है हमारे साथी – मंजू ओमर  : Moral Stories in Hindi