सुख-दुख है हमारे साथी – मंजू ओमर  : Moral Stories in Hindi

Post View 10,006 रितेश जी आपकी मम्मी का ब्रेन डेड हो गया है और बस वेंटिलेटर के सहारे से चल रही है , जैसे ही वेंटिलेटर हटाएंगे सब खत्म हो जाएगा अब कुछ नहीं बचा है इनके शरीर में आप घर ले जाइए डाक्टर बोला। सुनकर रितेश और प्रीतेश दोनों भाइयों को धक्का सा लगा … Continue reading सुख-दुख है हमारे साथी – मंजू ओमर  : Moral Stories in Hindi