सुगंधभरी साँसें – सुधा भार्गव : Moral Stories in Hindi

Post Views: 4 शहनाई बज रही थी ।एक दूसरे की सुगंध भरी साँसों की टकराहट से मन की वीणा के तार झनझना उठे। कमाल और स्वाति ने न जाने कब –कब में एक दूसरे के गले में जयमाला डाल दी । जाली के घूँघट में स्वाति की झलक मिलने से कमाल उसकी ओर टकटकी लगाए … Continue reading सुगंधभरी साँसें – सुधा भार्गव : Moral Stories in Hindi