सुबह की पहली किरण – नीरजा कृष्णा

बेला रातभर तेज बुखार में तपती रही थी। पूरा घर परेशान था , डाक्टर की बताई दवाएं किसी प्रकार दी गई थी पर बुखार कहाँ मान रहा था। इसी तरह पूरी रात बीत गई थी, उसने एक मिनट के लिए भी आँखें नहीं खोली थी। सुबह वो कसमसाई थी…शायद बुखार की तीव्रता कुछ कम हुई … Continue reading सुबह की पहली किरण – नीरजा कृष्णा