स्नेह का बंधन – शीतल भार्गव : Moral Stories in Hindi

“ अरी ओ मनहूस कहाँ मर गई , बहरी हो गई क्या, इतना सारा काम पड़ा है ये काम तेरा बाप आकर करेगा । शुभी अपने कमरे में सब सुन रही थी अपनी सास के ताने, ये सब उसके लिए कोई नई बात नहीं थी वह आंसू बहाकर रह जाती थी यह सोचकर की कभी … Continue reading स्नेह का बंधन – शीतल भार्गव : Moral Stories in Hindi